आज का पंचांग: 3 मार्च 2024, रविवार – दिव्यता से सराबोर रविवार, कालाष्टमी के दर्शन
समय का चक्र:
- विक्रम संवत: 2080, अनला
- शक संवत: 1945, शोभकृत
- पूर्णिमांत पंचांग में फाल्गुन का सुहाना मौसम आनंद दे रहा है, जबकि अमांत पंचांग में माघ शीतल विदा ले रहा है।
सूर्य-चंद्रमा का नृत्य:
- आज सूर्यदेव सुबह 6:50 बजे पूर्वी क्षितिज को रंगेंगे और शाम 6:27 बजे अस्त होंगे।
- चंद्रमा देवी रात 12:26 बजे अकाश में दिखाई देंगी और अगले दिन दोपहर 12:07 बजे विश्राम करेंगी।
तिथि, नक्षत्र और करण का संगम:
- आज कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रभाव सुबह 8:45 बजे से अगले दिन सुबह 8:49 बजे तक रहेगा। यह तिथि मां दुर्गा की आराधना के लिए विशेष मानी जाती है।
- नक्षत्रों की बात करें, तो अनुराधा नक्षत्र का जादू दोपहर 3:55 बजे तक चलेगा, फिर ज्येष्ठा नक्षत्र अपना प्रभुत्व स्थापित करेगा।
- बव करण सुबह 8:25 बजे से कौलव करण अगले दिन सुबह 8:49 बजे तक कार्यभार संभालेंगे।
योगों का महासागर:
- कल हर्षण योग का प्रभाव रहा, आज वज्र योग का संचालन होगा। यह योग कार्यों को पूरा करने में दृढ़ता और शक्ति प्रदान करता है।
रविवार – सूर्य देवता का आशीर्वाद:
- रविवार का दिन सूर्य देवता को समर्पित होता है। इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर उन्हें जल अर्पित करना और पूजा-पाठ करना शुभ माना जाता है।
शुभ और अशुभ काल:
- राहु काल शाम 4:59 बजे से 6:27 बजे तक रहेगा, इस दौरान महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए।
- यम गण्ड दोपहर 12:38 बजे से 2:05 बजे तक सक्रिय रहेंगे, क्रोध पर नियंत्रण रखें।
- कुलिक काल शाम 3:32 बजे से 4:59 बजे तक सतर्कता की सलाह देता है।
- दुर्मुहूर्त दोपहर 4:54 बजे से 5:40 बजे तक व्याप्त रहेगा, यात्रा से बचना चाहिए।
- वर्ज्य काल रात 9:37 बजे से 11:15 बजे तक व्याप्त होगा, इस समय मन को शांत रखें।
शुभ काल का लाभ उठाएं:
- अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:15 बजे से 1:01 बजे तक महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ है।
- ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:13 बजे से 6:01 बजे तक आध्यात्मिक कार्यों और ध्यान के लिए उपयुक्त है।
विशेष जानकारी:
- सूर्य कुंभ राशि में है, बुद्धि और आविष्कारशीलता को बढ़ाता है।
- चंद्रमा आज पूर्ण दिन वृश्चिक राशि में विचरण करेगा, जो शक्ति और जुनून का संचार करेगा।
कालाष्टमी व्रत का महत्व:
- आज कालाष्टमी का व्रत मनाया जाता है, जो माता काली को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस दिन व्रत रखकर, पूजा-पाठ करके और मंत्र जाप से मां काली का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
निष्कर्ष:
आज का दिन, 3 मार्च 2024, रविवार, दिव्यता से सराबोर होकर आपके सामने आया है। कालाष्टमी व्रत के पावन अवसर के साथ सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्ति का सुअवसर भी लेकर आया है। शुभ कालों का लाभ उठाते हुए, सतर्कता बनाए रखते हुए और आध्यात्मिकता की ओर रुचि रखते हुए आप इस दिन को सफल और खुशहाल बना सकते हैं।
इस पंचांग को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें, ताकि वे भी दिन की ऊर्जा का लाभ उठा सकें और कालाष्टमी व्रत का महत्व समझ सकें। ईश्वर का आशीर्वाद और अच्छे कर्म आपके जीवन में खुशियां और सफलता लाएँ!
अतिरिक्त सुझाव:
- सूर्योदय से पहले उठकर सूर्य को जल चढ़ाएं और मंत्र का जाप करें।
- कालाष्टमी व्रत का पालन कर सकें, तो करें। नहीं तो मां काली की पूजा-अर्चना जरूर करें।
- ज़रूरतमंदों की मदद करें और दान में विश्वास रखें।
- सकारात्मक सोच अपनाएं और दूसरों की भलाई करें।
- अपने ज्ञान को बढ़ाने और कुछ नया सीखने का प्रयास करें।
महत्वपूर्ण:
पंचांग सामान्य ज्योतिषीय भविष्यवाणियां हैं और ये हर व्यक्ति के लिए लागू नहीं हो सकती हैं। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करना उचित है|