सबरीमाला मंदिर: एक प्रमुख तीर्थस्थल

भारत में अनेकों श्रद्धालु तो देवी-देवताओं के लिए समर्पित तीर्थ यात्राओं का आयोजन करते रहते हैं। यहां पर एक ऐसा ही एक प्रमुख तीर्थस्थल है, जिसे हम सबरीमाला मंदिर के नाम से जानते हैं। यह मंदिर एक माता और एक छह पुत्री देवी को समर्पित है, जिसे हिन्दू धर्म के श्रद्धालु उनके जीवन में एक और यात्रा की अपेक्षा करते हैं। इस लेख में, हम सबरीमाला मंदिर के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसमें सबरीमाला मंदिर जुड़े रोचक मुद्दों का समाधान भी देंगे।

सबरीमाला मंदिर कहां है

सबरीमाला मंदिर भारत में केरल राज्य के पठनामथिट्ठा जिले में स्थित है। यह मंदिर श्री आय्यप्पा स्वामी को समर्पित है, जिन्हें केरल के पॉन्गला हिलश्रिनगिरि पर्वत पर सबरीनगरी नदी के तट पर स्थानित कर दिया गया है। इस मंदिर की स्थापना ईसा पूर्व के 12 वीं शताब्दी में हुई थी और यह भारतीय राष्ट्रीय अध्यात्मिक परिसंस्था (आयएनएसआई) द्वारा संचालित किया जाता है।

इस तीर्थस्थल की प्रमुख विशेषता है कि यह प्रतिवर्ष एक चार महीने के अवधि में ही खुलता है और श्रद्धालु तालुका, जंगल यात्रा करते हुए मंदिर पहुंचते हैं। यह यात्रा त्रिभुवनी तीर्थस्थल से शुरू होती है, जिससे यात्री सोमवार की रात्रि में आरंभ करते हैं और शिनगली पहुंचने के बाद मंगलवार को मंदिर पहुंचते हैं।

सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालु सात दिन तक व्रत रखते हैं, जिसमें पूजा-आराधना, ध्यान और मनन करते हैं। इस यात्रा को पूरा करने के लिए श्रद्धालुओं को व्रत के बाद आय्यप्पा स्वामी को रखा हुआ देने को भंडारीकरण कहा जाता है। इस दिन श्रद्धालु अपने साथ लिए हुए एक थाली में सारे आवश्यक सामग्री और अन्न लेकर श्री सबरीमाला मंदिर का दर्शन करते हैं।

सबरीमाला मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • मंदिर की उत्पत्ति लगभग 800 साल पहले हुई थी।
  • मंदिर केवल 4 महीने के लिए खुलता है, मकर संक्रांति से लेकर वैकुंठ एकादशी तक।
  • मंदिर में प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं को 41 दिन का कठिन व्रत करना पड़ता है, जिसे मंडलाकालम कहा जाता है।
  • मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है, जो एक विवादास्पद मुद्दा रहा है।
  • भगवान अयप्पा को भक्तों द्वारा “स्वामी” या “अप्पा” कहा जाता है।

यदि आप सबरीमाला मंदिर की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं

  • यात्रा की योजना पहले से ही बना लें, क्योंकि मंदिर के दर्शन के लिए भारी भीड़ होती है।
  • मंदिर के नियमों और परंपराओं का सम्मान करें।
  • आरामदायक जूते पहनें, क्योंकि आपको 18 पहाड़ी सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी।
  • पर्याप्त मात्रा में पानी और भोजन साथ लाएं।
  • मंदिर परिसर में शांत रहें और ध्यान दें।

Frequent Asked Questions

Q. सबरीमाला मंदिर कहां है
Answer – सबरिमलय मंदिर केरल का एक प्रसिद्ध मंदिर है

Q. सबरीमाला मंदिर क्यों प्रसिद्ध है
Answer – सबरीमाला मंदिर भगवान अयप्पा को समर्पित है, जो भगवान शिव और भगवान विष्णु का पुत्र है। यह मंदिर अपने 18 सीढ़ियों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें पार करने के बाद ही भक्त भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहाँ दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

Q. सबरीमाला मंदिर में किस भगवान की मूर्ति है
Answer – सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा की मूर्ति है। भगवान अयप्पा को भगवान शिव और भगवान विष्णु का पुत्र माना जाता है। वे एक युद्ध देवता हैं और उन्हें रक्षा और भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए जाना जाता है।

Q. सबरीमाला मंदिर कब जाना चाहिए?
Answer – सबरीमाला मंदिर साल में सिर्फ 3 महीने, नवंबर से जनवरी तक खुलता है। बाकी महीने इसे बंद रखा जाता है। इस दौरान मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं। इसलिए, अगर आप सबरीमाला मंदिर जाना चाहते हैं, तो नवंबर से जनवरी के बीच का समय सबसे अच्छा है।

Q. भगवान अयप्पा कौन है?
Answer – भगवान अयप्पा एक हिंदू देवता हैं, जो भगवान शिव और भगवान विष्णु के पुत्र हैं। उन्हें भगवान शिव के मोहिनी रूप और भगवान विष्णु के संयोग से जन्म हुआ था। वे एक युद्ध देवता हैं और उन्हें रक्षा और भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए जाना जाता है।

Q. सबरीमाला का मतलब क्या होता है ?
Answer – सबरीमाला मंदिर अर्थ “शबरी का पर्वत” है। शबरी एक महिला थी, जिसने भगवान राम को जूठे फल खिलाए थे। राम ने उसे नवधा-भक्ति का उपदेश दिया था। सबरीमाला मंदिर के पास ही शबरी का आश्रम भी स्थित है।

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